त्रिपिंडी श्राद्ध, पितृ दोष शांति (काशी मे )
कराए पितृ दोष की शांति त्रिपिंडी श्राद्ध बनारस में पिशाच मोचन कुंड पर kashitirth के द्वारा आयोजित किया गया है ये पूजन 18 सितंबर से 2 अक्टूबर पितृ पक्ष में आचार्य सर्वेश जी के द्वारा कराया जायेगा
नमस्कार मैं आचार्य सर्वेश तिवारी
क्या होता है क्यों होता है पितृ दोष इसके दुष्प्रभाव क्या है और इसकी शांति क्या है ? कैसे इसकी शांति होती है?
कहते है देव पूजा करना आप भूल जाते है तो कोई बात नही है देव पूजन सभी करते है लेकिन यदि पितृ पूजन नही करते तो अत्यधिक दोष लग जाता है क्युकी हमारे द्वारा किया गया पितृ कार्य हमारे पितरों को ही प्राप्त होगा
इसीलिए ये अत्यधिक जरूरी है
ये पितृ दोष शांति हमारे जीवन में क्यों इतना जरूरी है?
मनुष्य के ऊपर 3 प्रकार के ऋण होते है देव ऋण ऋषि ऋण पितृ ऋण
इन ऋण से मुक्ति के लिए ही ये कार्य किए जाते है
1.क्या होता है पितृ दोष ? पितृ दोष एक ऐसा दोष है जिससे हमारे जीवन में तमाम तरफ के समस्याओं का सामना करना पड़ता है । और इसका निर्माण कुछ तो हमारे जन्मकुंडली में ऐसे योग का निर्माण होता है जिससे पितृदोष लग जाता है ।
यदि हमारे घर में किसी की अकाल मृत्यु हुई हो तो यह दोष लग जाता है हमारे घर में किसी का देहांत हो गया हो और क्रिया कर्म सही से नहीं हुआ हो ।
गर्भपात जैसे जघन्य अपराध किए गए हो।
या गर्भपात हो गया हो।
तर्पण अथवा वार्षिक श्राद्ध आदि न किया जाता हो घर में
अनुचित व्याज आदि के धन का उपयोग करना
किसी की जमीन आदि हमारे पास आया हो या ले लिया गया हो । किसी का धन हरण कर लिया गया हो ।
भूत प्रेत आदि से पीड़ित हो रहे हो
भोजन आदि में बार बार बाल का मिलना
इन सब कारणों से पितृ दोष हमे लग जाता है।
2.अब इसके दुष्प्रभाव क्या क्या होते है?
घर परिवार में हमेशा कलह मचे रहना
शांति का अभाव हो गया हो
घर में कोई न कोई अत्यधिक बीमार रहता हो अत्यधिक धन व्यय हो रहा हो
शिक्षा आदि में तमाम तरफ के रूकावटे पैदा हो रही हो
नौकरी आदि में बार बार रूकावटे पैदा हो रही हो
कार्य व्यापार क्षेत्र में तमाम तरफ के दिक्कतें उत्पन्न हो रही हो
संतान आदि में बाधा उत्पन्न हो रही हो
विवाह आदि में बाधा उत्पन्न हो रही हो
धन की समस्याओं से बार बार जीवन में रूकावटे आ रही है
घर में बार बार दुर्घटना आदि हो रहा है
बार बार भूत प्रेत आदि जटिल बाधाओं से जूझ रहे हो
अत्यधिक कर्ज आदि से जूझ रहे है
3.इसका समूल निराकरण क्या है? कहा करे त्रिपिंडी श्राद्ध?
इस स्थिति में आप पितृ दोष शांति कराए इसमें त्रिपिंडी श्राद्ध होता है और यह बनारस में स्थित पिशाच मोचन कुंड पर वैदिक विद्वान ब्राह्मणों के द्वारा कराए इसका मात्र एक उपाय है ।
जिसमे सर्व प्रथम तीनों ऋण से मुक्ति के लिए कुंड में तर्पण होगा उसके बाद विधि विधान पूर्वक भगवान शालिग्राम का पूजन होगा 3 कलश विष्णु ब्रह्मा रुद्र के लिए रख के और उनके ध्वजा को रखकर 3 मूर्तियों को रख कर संस्कार पूर्वक आवाहन प्रतिष्ठा कर कर विधान पूर्वक पूजन करेंगे । 3 ब्राह्मणों के द्वारा सूक्त आदि का पाठ होगा । उसके बाद पितरों का पूजन करेंगे पिंड दान आदि करेंगे पिंड पूजन करेंगे दान आदि की सामग्री को दान करेंगे उसके बाद भगवान शंकर की पूजन करेंगे ।
4. इसको करने से क्या फल प्राप्त होगा?
सुख शांति समृद्धि मान सम्मान धन धान्य पुत्र पौत्र सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
इस पूजा को कराने के लिए इस no पर कॉल कर के अपना स्थान सुनिश्चित करे। 7307037370
अथवा www.kashitirth.in पर जाके अपना स्थान सुनिश्चित करें। धन्यवाद
इस पूजन त्रिपिंडी शांति में सम्पूर्ण खर्च के साथ 11000 रुपए लगेगा
जिसमे 3 ब्राह्मणों की दक्षिणा
सम्पूर्ण पूजन सामग्री
तीनों मूर्तियां
दान की सामग्री वस्त्र,जूता, छाता, कमंडल
और आपके लिए धोती गमछा वस्त्र रहेगा
भोजन दक्षिणा , भूयासी दक्षिणा
गोदान आदि रहेगा
सिर्फ आपको आना है थोड़ा से अपने घर में रसोई से चावल लेके
हर हर महादेव